Saturday, August 8, 2020

Isaac Newton Biography हिन्दी मे |

 

Isaac Newton Biography हिन्दी मे

विज्ञान क्या है(what is science) ? और इसका क्या use है ये तो आप जानते ही होंगे, आज विज्ञान(science) ने हमारे बहुत से कामो को आसान बना दिया है इसकी वजह से जो काम घंटो मे होते थे उन्हे मिंटो मे किया जा सकता है ये मनुष्य के लिए एक वरदान साबित हुआ है और इसको सफल बनाने मे बहुत से वेज्ञानिकों(scientists) का योगदान है इनहि वेज्ञानिकों(scientists) मे से एक महान वेज्ञानिक थे Isaac Newton | इनहोने विज्ञान की सफलता मे बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया था |

आज के इस पोस्ट मे आप Isaac Newton का जीवन परिचय हिन्दी मे जान सकते है (Isaac Newton Biography in hindi) |

 

परिचय –

आइजक न्यूटन की जीवनी (Isaac Newton’s biography in hindi)


Isaac Newton image


Sir Isaac Newton इंग्लैंड के एक वेज्ञानिक थे जिनहोने गुरूत्वाकर्षण तथा गति के सुप्रसिद्ध नियमों की खोज की | ये एक महान वेज्ञानिक, एक महान गणितज्ञ, भौतिक वेज्ञानिक, ज्योतिष और दार्शनिक थे | इनहोने कई किताबें लिखी और उन्हे प्रकाशित करवाया Isaac Newton 1687 तक एक पुस्तक लिख चुके थे जिसे उन्होने फिलोसिफ़ी नेचुरेलिस प्रिंसिपिया मेथेमेटिका का नाम दिया | यह विज्ञान के इतिहास मे अपने – आप मे सबसे प्रभावशाली पुस्तक है, जो अधिकांश साहित्यिक यांत्रिकी के लिए आधारभूत कार्य के भूमिका निभाती है | यह पुस्तक Isaac Newton Principia के नाम से भी जानी जाती है |


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जन्म और प्रारम्भिक जीवन

Isaac Newton का जन्म इंग्लैंड के ग्रैंथम के निकट वूल्स्थोर्पे मे उस समय की तिथि के हिसाब से 4 जनवरी 1642 को हुआ था | इनके के जन्म के समय इंग्लैंड ने ग्रीगोरियन केलेंडर को नहीं अपनाया था इसलिए उनके जन्म की तिथि को क्रिसमस दिवस 25 दिसंबर 1642 के रूप मे दर्ज किया गया | विज्ञान के इतिहास मे वे सबसे मौलिक तथा सबसे प्रभावशाली सिद्धांतवादी के रूप मे जाने जाते है | वे एक निर्धन कृषक परिवार मे जन्मे थे लेकिन वह खेती के काम मे कुशल नहीं थे |

 

आइजक न्यूटन की शिक्षा(Isaac Newton Education)

12 वर्ष से 17 वर्ष की आयु तक उन्होने The Kings School, Grantham मे अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की(जहां पुस्तकालय की खिड़की पर उनके हस्ताक्षर आज भी देखे जाते है) | सन 1661 मे उन्हे शिक्षा ग्रहण करने के लिए Cambrij Univesity भेज दिया गया | वर्ष 1665 मे उन्होने सामान्यीकृत दिवपद प्रमेय की खोज की और इसी वर्ष Cambrij मे प्लेग फैल गया और न्यूटन को एक वर्ष की छुट्टी मिल गयी | कहा जाता है की इसी वर्ष उन पर सेब गिरने की घटना हुई थी जिससे उन्होने गुरूत्वाकर्षण के सिद्धान्त(Principal of Universel Gravitation) की खोज की |


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आइज़क न्यूटन का करियर (Isaac Newton’s career)

आइजक न्यूटन क्यूँ प्रसिद्ध थे(Why was famous the Isaac Newton) ? ये सवाल सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण है की आखिर इनके  प्रसिद्ध होने का क्या कारण था | अगर आप एक स्टूडेंट है तो आपने गुरूत्वाआकर्षण और गति के नियमों को ज़रूर पढ़ा होगा इनकी खोज Newton ने ही की थी | आइये इनके बारे मे थोड़ा विस्तार से जान लेते है |

 

आइज़क न्यूटन का सेब और गुरूत्वाकर्षण का नियम(Isaac Newton apple and gravitation law)

Newton अकसर खुद एक कहानी कहते थे की एक पेड़ से गिरते हुए सेब को देख कर वे गुरूत्वाआकर्षण के सिद्धान्त की खोज करने के लिए प्रेरित हुए |

John conduit जो टकसाल मे न्यूटन के सहयोगी थे और उनकी भतीजी के पति भी थे , ने इस घटना का वर्णन किया जब उन्होने Newton के जीवन के बारे मे लिखा :

1666 मे वे cambrij से फिर से सेवनिवृत्त हो गए और अपनी माँ के पास लिंकनशायर चले गए | जब वे एक बाग मे घूम रहे थे तब उन्हे एक विचार आया की गुरूत्व की शक्ति धरती से एक निश्चित दूरी तक सीमित नहीं है,(यह विचार उनके दिमाग़ मे पेड़ से गिरते हुए सेब को देख कर आया) लेकिन यह शक्ति उससे कहीं ज़्यादा आगे विस्तृत हो सकती थी जितना की पहले आमतौर पर सोचा जाता था उन्होने अपने आप से कहा की क्या ऐसा उतना ऊपर भी होगा जितना ऊपर चाँद है और यदि ऐसा है तो, यह उसकी गति को प्रभावित करेगा और संभवतया उसे उसकी कक्षा मे बनाए रखेगा वे जो गणना कर रहे थे उस तर्क का क्या प्रभाव हुआ |


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Isaac Newton के सामने सवाल गुरूत्व के अस्तित्व का नहीं था बल्कि यह था की ये बल इतना विस्तृत है की ये चाँद को अपनी कक्षा मे बनाए रखने के लिए उत्तरदायी है | न्यूटन ने दर्शाया की यदि बल दूरी के वर्ग व्यूत्क्रम मे होता है तो, तो चंद्रमा की कक्षीय अवधि की गणना की जा सकती है और अच्छा परिणाम प्राप्त हो सकता है | उन्होने अनुमान लगाया की यही बल अन्य कक्षीय गति के लिए जिम्मेदार है और इसलिए उन्होने इसे गुरूत्वाआकर्षण का सार्वत्रिक नियम का नाम दिया |

 

आइजक न्यूटन के गति के नियम(Isaac Newton’s motion law)

गति का प्रथम नियम(या जड़त्व का नियम)(1st law of motion) – वस्तु अपनी विरामावस्था अथवा सरल रेखा पर एक समान गति की अवस्था मे तब तक बनी रहती है, जब तक उस पर कोई असंतुलित बल कार्य न करे |

गति का दूसरा नियम(2nd law of motion)  – किसी वस्तु के संवेग परिवर्तन की दर वस्तु पर आरोपित असंतुलित बल के समानुपाती एवं बल की दिशा मे होती है |

गति का तीसरा नियम(third law of motion) – प्रत्येक वस्तु के समान एवं विपरीत प्रतिक्रिया होती है | ये दो विभिन्न वस्तुओं पर कार्य करती है |

इसके अलावा Isaac Newton Calculas(कलन) के खोजकर्ता भी है |


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1670 से 1672 तक न्यूटन ने प्रकाशिकी पर व्याख्यान दिया, इस अवधि के दौरान उन्होने अपवर्तन की खोज की उन्होने प्रदर्शित किया की एक प्रिज्म(prism) श्वेत प्रकाश को स्पेक्ट्रम मे वियोजित कर देता है, एक लेंस और एक दूसरा प्रिज्म बहुवर्णी स्पेक्ट्रम को संयोजित कर श्वेत प्रकाश का निर्माण करता है | इसलिए Isaac Newton Prism के नियम के भी खोजकर्ता है |

 

आइजक न्यूटन की किताबें(Isaac Newton books)

1 मेथड ऑफ फ्लाक्सियन्स(Mathod of flaksyans)

2 ऑफ नेचर ओब्वियस लॉस एंड प्रोसेसेज इन वेजिटेशन

3 डे मोटू कोपौरम इन जिरम

4 फिलोसिफ़ी नेचुरेलिस प्रिंसिपिया मेथेमेटिका

5 ओपटिक्स

6 टकसाल मे मास्टर के रूप मे रिपोर्टें

7 एरिथमेटिका यूनिवेर्सेलिस दी सिस्टम ऑफ द वर्ल्ड

8 ऑप्टिकल लेक्चर्स

9 द क्रोनोलोजी ऑफ एनशिएट किंगडेम्स

10 डेनियल पर प्रेक्षण और डी एपोक लिप्स ऑफ सेंट जॉन

 

आइजक न्यूटन के बारे मे और अधिक

Isaac Newton nationalityGermany

Isaac Newton school nameThe Kings School Grantham

Isaac Newton family

Mother name -  हन्न एस्क्फ़(Hanna Escaf)

Father name - आईजैक न्यूटन(Isaac Newton)

 

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